जम्मू कश्मीर में बीजेपी-पीडीपी गठबंधन टूटने के बाद से राज्य में लगातार राष्ट्रपति शासन लागू है। इस बीच ऐसी खबरें सामने आ रही है कि, जम्मू कश्मीर में महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा के साथ चुनाव कराए जा सकते हैं। तीन राज्यों के चुनाव इस साल अक्टूबर में होने की उम्मीद है।
मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक, हिंसा प्रभावित जम्मू कश्मीर को भी इस चुनावी प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा। चुनाव पैनल ने 4 जून को कहा था कि वह अगले महीने होने वाली अमरनाथ यात्रा के बाद कार्यक्रम की घोषणा करेगा।
भाजपा द्वारा पीडीपी के नेतृत्व वाले सत्ताधारी गठबंधन से समर्थन वापस लेने के बाद 20 जून, 2018 को जम्मू-कश्मीर को राज्यपाल के शासन में लाया गया था। राज्यपाल के शासन के छह महीने बाद, राज्य और केंद्रीय संविधान में प्रासंगिक प्रावधानों के अनुसार रियासत में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया था।
21 नवंबर, 2018 को राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने 87-सदस्यीय राज्य विधानसभा को उस वक्त भंग कर दिया था जब पीडीपी को कांग्रेस और उसकी कट्टर विरोधी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने समर्थन देने की पेशकश की थी।