अफगानिस्तान के गजनी में हिन्दु औरतों की नीलामी हुई थी

अफगानिस्तान के गजनी में हिन्दु औरतों की नीलामी हुई थी |
 
उस स्थान पर मुसलमानों ने एक स्तम्भ बना रखा है | 
जिसमे लिखा है-
'दुख्तरे हिन्दोस्तान, नीलामे दो दीनार' 
अर्थात 
इस जगह हिन्दुस्तानी औरतें दो-दो दीनार में नीलाम हुई | 


महमूद गजनवी ने हिन्दुओं को अपमानित करने के लिये अपने सत्रह हमलों में लगभग चार लाख हिन्दु औरतें पकड़ कर गजनी उठा ले गया | 


महमूद गजनवी ने इन हिन्दु लड़कियों और औरतों को ले जा कर गजनवी के बाजार में समान की तरह बेंच ड़ाला | 


विश्व के किसी वर्ग के साथ ऐसा अपमान नही हुआ जैसा हिन्दु वर्ग के साथ हुआ | 


और ऐसा इसलिये हुआ क्योंकि वह सोचते हैं कि 
जब अत्याचार बढ़ेगा तब भगवान स्वयं उन्हें बचाने आयेंगे |


परन्तु इतिहास से सबक लेते हुये हिन्दुओं को समझ लेना चाहिये कि भगवान ने अपने सभी अवतारों में यही संदेश दिया है कि अपनी रक्षा स्वयं करों | 


तुम्हें नेत्र दिए हैं गलत का विरोध करो पीछे मै सदैव तुम्हारे साथ खड़ा हूँ | 


परन्तु अत्याचारियों के प्रतिस्पर्धा किये बिना उनके द्वारा मारे जाना स्वर्ग का मार्ग न होकर नरक का मार्ग है स्मरण रखो एक गाल पर कोई मारे तो दूसरा गाल आगे कर दो यह तो आर्यो की नीति नही, अन्यायी से प्रेम अहिंसा यह तो गीता की नीति नही, 


हे राम बचाओ जो कहता है वह कायर है स्वयं अपना हत्यारा है। 


जो करे वीरता, अति साहस वही भगवान श्री राम एवं श्री कृष्ण का प्रिय है | 


आज पुनः इतिहास हमारी परीक्षा ले रहा है | 


उठों जागो अपने सनातन धर्म की रक्षा के लिए मैदान में उतरो अन्यथा बहुत देर हो जाएगी | 
जाग जाओ हिन्दुओ