ज़हीन हत्या मामले में राजघाट पुलिस की निष्क्रयता की हो रही चर्चा*
गोरखपुर । राजघाट थाना क्षेत्र के तुर्कमानपुर चिंगी शहीद निवासी महताब आलम का 23 वर्षीय पुत्र जहीन 10 सितंबर से ही लापता था जिसकी गुमशुदगी राजघाट पुलिस ने 12 सितंबर को दर्ज किया। जबकि उसकी हत्या 10 सितंबर को ही कर दी गई थी लेकिन राजघाट पुलिस की निष्क्रियता की वजह से घटना में शामिल रहे अभियुक्त कयामुद्दीन ने आत्महत्या करके सभी राज को अपने साथ ही दफन कर लिया।
फिलहाल स्थानीय पुलिसिया कार्रवाई में देरी की वजह से घटना में शामिल रहे मुख्य आरोपी कयामुद्दीन ने आत्महत्या करके पुलिस पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया की छोटी-छोटी घटनाओं पर पुलिस ध्यान नहीं देती है तो वह एक दिन बड़ी घटना का रूप ले लेती है । राजघाट पुलिस की कार्यप्रणाली क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। लोगों का कहना है कि राजघाट थाना प्रभारी की निष्क्रियता की वजह से कयामुद्दीन ने आत्महत्या कर ली।
वहीं तुर्कमानपुर क्षेत्र में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 सुनील गुप्ता की सूझ बूझ और उनकी कार्यप्रणाली की चर्चा हो रही है कि किस तरह मामले की गम्भीरता को देखते हुए उन्होंने बिना समय गवाएं क्राइम ब्रांच को घटना में शामिल किया और क्राइम ब्रांच ने भी कप्तान के विश्वास पर खरा उतरते हुए 10 घण्टे से भी कम समय मे घटना का खुलासा कर दिया। घटना को तेजी से खोलने को लेकर चर्चा में रहने वाले तेजतर्रार क्षेत्राधिकारी क्राइम प्रवीण कुमार सिंह की टीम की भी लोग खूब चर्चा कर रहे हैं ।