शिकागो में स्वामी जी ने  विश्व को दिया था वसुधैव कुटुंबकम  का सन्देश

 
शिकागो में स्वामी जी ने  विश्व को दिया था वसुधैव कुटुंबकम  का सन्देश 



जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर स्थापित स्वामी  विवेकानंद के शिकागो उद्बोधन को विद्यार्थियों ने पढ़कर आत्मसात किया।


आज के ही दिन स्वामी जी ने आज के ही दिन 1893 में शिकागो में आयोजित विश्व धर्म संसद  में अद्वितीय उदबोधन  कर भारत का मान पूरे विश्व में बढ़ाया था. 
जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने कहा कि पूरी दुनिया के समक्ष  बसुधैव कुटुंबकम एवं तमसो मा ज्योतिर्गमय के सूत्र को स्वामी विवेकानंद जी ने पूरी दुनिया के समक्ष रखा. विश्व धर्म सम्मलेन में भारतीय संस्कृति के इस हुंकार की अनुगूँज आज भी पश्चिमी जगत में सर्वत्र सुनाई पड़ती है. 
विभाग के शिक्षक डॉ दिग्विजय सिंह राठौर ने शिलापट्ट  पर उकेरे गए   स्वामी जी के उदबोधन  को  विद्यार्थियों को पढ़कर सुनाया।
डॉ सुनील कुमार ने कहा कि स्वामी जी ने पुरे विश्व को मानवता और आत्मीयता का सन्देश दिया। इस अवसर पर  शुभम द्विवेदी, वीर बहादुर सिंह, अदिति सिंह, सौम्या, अंजलि, आकाश भूषण, आराध्या श्रीवास्तव, राधा सिंह,प्रीति, बलराम यादव, बृजेश कुमार, राहुल पाल  समेत विभाग के विद्यार्थी मौजूद रहे