गुरुनानक भी रामलला के दर्शन को आए थे अयोध्या, सुप्रीम कोर्ट के फैसले में यह जिक्र


अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले में गुरुनानक देव का भी जिक्र है। अदालत के 1045 पन्नों के फैसले में एक गवाह के हवाले से यह कहा गया है कि सिखों के प्रथम गुरु गुरुनानक अयोध्या आए थे और उन्होंने भगवान राम के दर्शन भी किए थे। 
   अदालत में दर्ज कई याचिकाओं में से एक मामले में गवाह के तौर पर पेश हुए राजेंद्र कुमार ने यह दावा किया है। फैसले में लिखा गया है कि राजेंद्र सिंह की सिख धर्म के साहित्य और संस्कृति में रुचि थी। गवाही के दौरान उन्होंने सिख धर्म की किताबों का उल्लेख किया। साथ ही राजेंद्र सिंह ने यह दावा किया कि गुरु नानक देवजी राम जन्मभूमि मंदिर के दर्शन के लिए अयोध्या आए थे। 1510 से 1511 के बीच गुरु नानक अयोध्या आए थे। जबकि बाबरी मस्जिद का निर्माण 1528 से 1530 के बीच हुआ था।  सबूत के तौर पर जन्मसखी पेश की


   राजेंद्र सिंह ने कई जन्म सखी (गुरु नानक देव की जीवनी) भी पेश की, जिसमें उनके अयोध्या आने और राम जन्मभूमि के दर्शन की बात कही गई है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस सुधीर अग्रवाल के फैसले में भी गवाहों के हवाले से कई जन्म सखी का जिक्र है।


   गवाहों ने इसे एफिडेविट के तौर पर कोर्ट में पेश किया।  गुरु तेग बहादुर और गुरु गोविंद सिंह भी आए थे अयोध्या  इसके अनुसार कई किताबों से यह स्पष्ट है कि गुरु रामचंद्रजी और गुरु नानक देव ने अयोध्या में रामजन्मभूमि मंदिर के दर्शन किए। यही नहीं गुरु तेग बहादुर और उनके बेटे गुरु गोविंद सिंह ने भी अयोध्या में दर्शन किए थे।