24 घण्टे के अंदर इलाहाबाद बैक से लाखों की चोरी का खुलासा

 गोरखपुर *कोतवाली पुलिस और स्वाट टीम ने चोरी की घटना में शामिल 3 लोगों को गिरफ्तार कर चोरी किए हुए 3 लाख 61 हजार 500 नगदी सहित एक अदद प्लस्टिक के डिब्बो में सर्वमुहर सहित लगभग 20 लाख रुपये के कीमती जेवरातों को बरामद करने में पड़ी सफलता पाई।* 



 *गोरखपुर/कोतवाली थाना क्षेत्र के चरन लाल चौराहे के पास स्थित इलाहाबाद बैंक से चोरी* *किए गए लाखो रुपये नगदी और जेवरातों को बरामद कर कोतवाली पुलिस और स्वाट* *टीम ने घटना का 24 घण्टे के अंदर किया खुलासा करते हुए घटना में शामिल 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया।* 
बताते चलें कि 30 तारीख की सुबह पुलिस को सूचना मिली की कोतवाली क्षेत्र के इलाहाबाद बैंक से लॉकर खोलकर नगदी सहित जेवरातों की चोरी हुई हैं।
जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस इस घटना के अनावरण में लगी हुई थी और बैंक कर्मचारियों से पूछताछ और बयान लेने के क्रम में कर्मचारियों के बयान में परस्पर विरोधाभास हो रहा था पूछताछ के दौरान बैंक के चपरासी के पद पर कार्यरत विशाल निषाद काफी घबराया हुआ था जिसे संदिग्ध मानते हुए उसके ऊपर सतर्कता पूर्वक निगाह रखी जा रही थी वही सभी कर्मचारियों को छोड़ दिया गया था इसी क्रम में आज अली नगर चौराहे पर पुलिस और स्वाट टीम मौजूद थी तभी मुखबिर के जरिए सूचना मिली की इलाहाबाद बैंक में कल हुई चोरी की घटना हुई थी जिसका एक कर्मचारी अपने दो साथियों के साथ एक मोटरसाइकिल से काले रंग के बैक के साथ धर्मशाला की तरफ जा रहा है तत्काल पुलिस टीम और स्वाट टीम मौके पर पहुंची और एक मोटरसाइकिल पर सवार तीन लोगों को घेराबंदी कर रोक लिया और उसके पास रखे वक्त बैग की तलाशी ली गई तो उसमें बैंक से गायब हुए रुपए सहित भारी मात्रा में जेवरात बरामद हुए अभियुक्तों से पूछताछ में उन्होंने अपना जुर्म कबूल करते हुए घटना में अपनी संलिप्तता बताई घटना में शामिल अभियुक्त विशाल द्वारा बताया गया कि 2015 से मैं बैंक में चपरासी के पद पर नियुक्त हूं और बैंक के सारे कर्मचारी मेरे ऊपर विश्वास करते थे और मुझे लाकर सहित बैंक के सारे चाभियों को सौंप दिया करते थे। जिसका फायदा उठाते हुए शुक्रवार की रात मैंने बैंक के लॉकर का केवल चाबी घुमाया लेकिन उसे बंद नहीं किया और अपने साथी अजय निषाद व उसके भाई शेरू निषाद को साथ में लेकर सोमवार की सुबह करीब 9:00 बजे के आसपास बैंक खोलकर सारा कैसवा जेवरात तथा बैंक में लगे डीवीआर निकाल कर उन्हें दे दिया उसके बाद शोर मचा कर चोरी की सूचना दिया लेकिन पुलिस और क्राइम ब्रांच के पूछताछ से मैं डर गया था और घबरा कर सारा सामान अपने साथियों के साथ लेकर बाहर भागने की फिराक में था लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया