अब जूते चप्पल भी बोलेंगे, उपद्रवी कौन, इस प्लान को पूरा करने में जुटी पुलिस

 


गोरखपुर- पिछले जुमे को कोतवाली के नखास में हुए बवाल के बाद पुलिस अब शहर के कोतवाली, राजघाट, गोरखनाथ और कैंट इलाके के जूते-चप्पल की दुकानों पर भी उपद्रवियों की तलाश कर रही है। पुलिस दुकानों पर जाकर उपद्रवियों की फोटो दिखाकर पूछ रही है कि इनमें से कोई जूता चप्पल खरीदने तो नहीं आया। पुलिस ने दुकानदारों को अपना नंबर देखकर सूचना देने को कहा है।
पिछले जुमे के दिन नखास चौराहे पर हुए पथराव, लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागे जाने के बाद भारी संख्या में उपद्रवी जूता-चप्पल छोड़कर भागे थे। जिसे बाद में अधिकारियों के निर्देश पर नगर निगम की टीम चार ट्रैक्टर ट्रालियों में भरकर ले गई थी। पुलिस को शक है कि  जिन उपद्रवियों के जूते-चप्पल छूट गए वे  खरीदने के लिए दुकानों पर जाएंगे। इसलिए उपद्रवियों की तलाश में पुलिस ने अब जूते-चप्पल की दुकानों का रुख किया है। शहर के जूते-चप्पल के दुकानदार फिरोज, अब्दुला ने बताया कि पिछले जुमे के बवाल के बाद जूते-चप्पल की बिक्री बढ़ गई है। इसके पहले जहां एक दिन में जहां दस से पंद्रह जोड़ी जूते-चप्पल बिकते थे वहीं इस समय संख्या बढ़कर बीस से पच्चीस हो गई है।


👉🏻 इन इलाकों की दुकानों पर है नजर
पुलिस और एलआईयू के लोग सादे कपड़ों और वर्दी में कोतवाली के नखास, चौरहिया गोला, अलीनगर, विजय चौक, गोलघर, घंटाघर, शाहमारूफ, थवई का पुल, गोरखनाथ सहित तमाम इलाकों के जूते-चप्पल की दुकानों पर अपनी नजर बनाए हुए है। बकायदा उन्हें उपद्रवियों की फोटो दिखाकर पूछा जा रहा है कि बवाल के बाद इनमे से कोई खरीदारी करने आया था या नहीं।


👉🏻 कई दुकानदारों के कर्मचारी दुकान से नदारद, संदेह बढ़ा
पुलिस के पास जो खुफिया रिपोर्ट आई है उसके मुताबिक बवाल में दुकान पर काम करने वाले कई कर्मचारी भी शामिल रहे हैं, जो इस समय काम पर नहीं आ रहे हैं। हालांकि ऐसे दस दुकानदारों से जब पुलिस ने संपर्क किया है कि तो उन्होंने घर में परेशानी होने की बात ही बताई है। पुलिस ने दुकानदारों को ऐसे कर्मचारियों के आते ही थाने लाने को भी कही है।
सीओ कोतवाली वीपी सिंह ने कहा कि पुलिस हर जगह पर उपद्रवियों की तलाश कर ही है। पुलिस के पास उपद्रव करने वालों के फोटो मौजूद हैं, जिससे काफी मदद मिल रही है। जल्द ही नामजद आरोपितों को पकड़ा जाएगा