वाराणसी । काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्कृत धर्म विज्ञान संस्थान में साहित्य के लिए चयनित डा. फिरोज खान के आखिरकार इस्तीफा देने के बाद मंगलवार को धरनारत छात्रों ने जश्न मनाया । छात्रों का कहना था कि डा. फिरोज का इस्तीफा विभाग के छात्राें की जीत है । इस दौरान छात्रों ने एक दूसरे का मुह मीठा कर अपनी खुशियों का इजहार किया । दरअसल धर्म विद्या संस्थान में किसी गैर हिंदू शिक्षक की नियुक्ति का विरोध करते हुए माह भर से छात्र आंदोलित हैं । इसी बीच बीएचयू के दूसरे विभाग में डा. फिरोज का चयन होने के बाद उन्होंने विभाग से इस्तीफा दे दिया । इसी के साथ बीएचयू के धर्म विज्ञान संस्थान में लगभग माह भर से चल रहे पठन पाठन का विरोध भी खत्म हो गया है । उम्मीद है कि अब विभाग में पूर्व की ही भांति कक्षाओं का संचालन प्रारंभ हो सकेगा और कक्षाएं पूर्ववत जारी रहेंगी । वहीं माह भर से आंदोलन की राह पर चल रहे छात्रों ने भी डा. फिरोज के दूसरे विभाग में चयन और विभाग से इस्तीफा देने पर खुशी जाहिर करते हुए इसे छात्रों के हित में बड़ा फैसला करार दिया। वहीं विभागाध्यक्ष ने भी एक पत्र जारी कर छात्रों से कक्षाओं के संचालन में सहयोग की अपील की है । डा. फिरोज ने सोमवार को ही विभाग में इस्तीफा दे दिया था हालांकि इस बाबत विभाग ने मौन साध रखा था । मगर दोपहर बाद विभागाध्यक्ष प्रो. कौशलेंद्र पांडेय की ओर से एक पत्र जारी कर इसकी जानकारी दी गई तो माह भर से प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने खुश होकर एक दूसरे का मुह मीठा कराया।
विभागाध्यक्ष के पत्र में लिखा है कि 'अापकी भावनाओं एवं अनुरोध के अनुरुप आप सभी को सूचित करना है कि संस्कृत धर्म विज्ञान संकाय के साहित्य विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त डा. फिरोज खान ने दिनांक नौ दिसंबर को अपना इस्तीफा विभाग से दे दिया है । अत: सभी छात्रों से अनुरोध है किे आप अध्ययन-अध्यापन एवं परीक्षा में संलग्न हो जाये |