धूमनगंज इलाके में मकान की छत पर बम बांधते वक्त फटा, किशोर जख्मी


धूमनगंज इलाके के राजरूपपुर में दुर्गा मंदिर के पास गली में गुरुवार सुबह एक मकान की छत पर बम धमाका हो गया। धमाके में 14 साल के राज निषाद के बाएं हाथ में घाव हो गए। पुलिस ने मौके पर बीडीएस बुलाकर जांच की। पुलिस का कहना है कि देशी बम बांधते वक्त फट गया जबकि परिवार के लोग कहते रहे कि अलाव में बोतल फट गया था।दुर्गा मंदिर के पास गली में आर्य बेसिक स्कूल के निकट मोहल्ले में रहने वाले कुलदीप निषाद बिजली मिस्त्री है। गुरुवार सुबह करीब 11 बजे मकान की छत पर धमाका हुआ। उसके दो बेटों में बड़ा 14 वर्षीय राज घायल हो गया। उसका बायां हाथ गंभीर जख्मी हुआ था। उसे एसआरएन अस्पताल ले जाया गया। राज कक्षा छह का छात्र है। खबर पाकर धूमनगंज इंस्पेक्टर शमशेर बहादुर सिंह चौकी प्रभारी हर्षवीर सिंह के साथ वहां पहुंच गए। सीओ बृज नारायण सिंह भी आ गए। पुलिस का दावा है कि छानबीन के दौरान एक और देशी बम मिला है। बम बांधते समय धमाका होने से लड़का घायल हुआ। बम डिस्पोजल स्कवायड को बुलाकर जांच की गई। बरामद बम को पानी की बाल्टी में डालकर निष्क्रिय किया गया। साक्ष्य के लिए मौके से नमूना भी उठाया गया। मगर दादी फूलकुमारी का कहना है कि राज छत पर दो चचेरे भाइयों के साथ अलाव ताप रहा था। तभी अलाव में पड़ी बोतल फटने से यह धमाका हुआ था। बम बांधने की बात गलत कही जा रही है। इस बीच थाना प्रभारी धूमनगंज का कहना है कि इस घटना में बाल अपचारी के तौर पर घायल लड़के पर मुकदमा लिखा जाएगा। अगर अलाव में बोतल फटती तो और भी लोग जख्मी होती।प्रयागराज में बम बांधने और बम हमले की बात नई नहीं है। कई दशक से बम संस्कृति यहां पनप रही है। हाल यह है कि अराजक तत्व बम बांधकर यहां वहां फेंक देते हैैं। कभी कूड़े मे बम फटने से लोग जख्मी होते हैैं तो कभी गली में पड़ा बम गेंद समझकर उठाने से बच्चे घायल हो जाते हैैं। पिछले वर्षों में धूमनगंज और करेली में दो बच्चों की बम फटने से मौत हो चुकी है। नीवां में तो सेना का हैैंड ग्रेनेड फटने से चार लोग मरे थे।