गौसंरक्षण के नाम पर गौशाला देवलान बनी कब्रिस्तान 

☀फ़तेहपुर 


गौसंरक्षण के नाम पर गौशाला देवलान बनी कब्रिस्तान 


- भूख और ठंड से तड़प तड़पकर मर गए दर्जनो गौवंश।
- कुत्तों का निवाला बन रही गौमाता, लोगों में भारी आक्रोश।
- गायों के नाम पर राजनीतिक लाभ लेने वाले सत्ताधारी भी गायब।
-  गौशालाओं में बजट का खुलेआम बंदरबांट। 👉


( विवेक मिश्र )


प्रदेश में गौ हत्या को रोकने व गौ संरक्षण के लिए बनाई गई गौशालाये ही उनकी कब्रगाह बनती जा रही हैं। जनपद की गौशालाओं में इन दिनों गौ माता ठंड व भूख से तड़प तड़प कर मर रही हैं किंतु उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। जबकि प्रदेश सरकार द्वारा गौशालाओं के लिए करोड़ों का बजट भी दिया गया है बावजूद इसके गौशालाओं में किसी भी प्रकार की कोई सुविधा नहीं है। इस भीषण ठंड में यह गौशालाये गोवंशो की कब्रगाह बनती जा रही हैं। रोजाना इन गौशालाओं में कई गायों की मौत हो रही है। लेकिन इन सब के बाद भी जिला प्रशासन को कोई सुध नहीं है। स्थिति इतनी बद्तर हो चुकी है कि गौशालाओं में यह बेजुबान बारी बारी से अपनी मौत का इंतजार कर रहे हैं। 
         आपको बता दें कि जनपद के असोथर ब्लॉक के देवलान में बनी गौशाला की स्थिति देखकर मन विचलित हो रहा है। इस गौशाला का आलम यह है कि यहां पर मौजूद प्रत्येक गाय सिर्फ अपनी मौत का इंतजार कर रही है क्योंकि यहां ना तो ठंड से बचने की उचित व्यवस्था है और ना ही उनके खाने के लिए पर्याप्त मात्रा में चारा। जिसके चलते रोजाना इस गौशाला में यह बेजुबान जानवर अपना दम तोड़ रहे हैं। इतना ही नहीं यहां की स्थिति इतनी भयानक है कि देखकर लोगों के रोंगटे खड़े हो रहे हैं। कुछ गायों की स्थिति यह है कि वह इस भीषण ठंड में बेसुध पड़ी हैं और मांसाहारी जानवर उनको नोच कर खा रहे हैं। लेकिन इन सब बातों से जिला प्रशासन को कोई लेना देना नहीं है और ना ही गौ प्रेमी इस ओर कोई ध्यान दे रहे हैं। प्रशासन की देखरेख के अभाव के चलते, गायों को जीवन दान देने वाली ये गौशालाये ही इन बेजुबानो के मौत का घर बन गई हैं। वहीं देवलान गौशाला में अन्ना गौवंश छोड़ने गए ग्रामीणों ने बताया कि उक्त गौशाला में गायों की स्थिति बेहद दयनीय है लोगों ने मृत गायों को कुत्तों द्वारा नोच कर खाने का वीडियो भी बनाया। इस वीडियो को किसी ने सोशल मीडिया में वायरल कर दिया जिससे लोगों की भावनाएं आहत हो रही हैं और लोग जिला प्रशासन के प्रति आक्रोशित हो रहे हैं।
 वहीं वीडियो में अपने आपको ग्राम प्रधान प्रतिनिधि बता रहे तेजबहादुर सिंह ने गौशाला का सारा बजट नौकरशाहों द्वारा बंदरबांट करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बी ड़ी ओ बेजुबानों का चारा बेच लेते हैं। यहां गौ संरक्षण के नाम पर गायें सिर्फ अपनी मौत का इंतजार कर रही हैं। जो भी हो यह देखकर जिले के अधिकारियों समेत विधायक, मंत्री सब पर बड़ा प्रश्नचिन्ह उठता है कि आखिर वह देखते क्या हैं या फिर गाय सिर्फ राजनीति का हिस्सा थी उनकी मौत से किसी को कोई वास्ता नहीं है।☀