लख़नऊ डिफेन्स एक्सपो में दिखेगी अमेरिका की अस्लॉट

 


*सेना के लिए दस हजार अमेरिकी असॉल्ट पहुँची इंडिया* 


*AK- 47 से 200 मीटर रेंज ज्यादा*


 
 *लखनऊ में होने वाले डिफेंस एक्सपो में ये असॉल्ट राइफलें दिखाई जाएंगी...* 



 फरवरी 2020 में होने वाले डिफेंस एक्सपो में अमेरिका से ली जा रही नई असॉल्ट राइफल देश को समर्पित होंगी ....


एक दशक से भी ज्यादा वक्त से नई असॉल्ट राइफल की जरूरत थी .... 


सेना अमेरिका की सिग सॉयर कंपनी से 72400SiG76 असॉल्ट राइफल ले रही है.


 जिसकी पहली खेप में 10 हजार राइफलें भारत आ गई हैं .... 


लखनऊ में होने वाले डिफेंस एक्सपो में ये असॉल्ट राइफलें दिखाई जाएंगी.... 


जिसके बाद ये बॉर्डर पर तैनात सैनिकों को मिलेंगी SiG76 असॉल्ट राइफल....


 भारत ने इसी साल 638 करोड़ रुपये का समझौता किया था..BG..


सेना की जरूरतें पूरी करने के लिए इन्हें फास्ट ट्रैक के जरिये लेने की प्रक्रिया शुरू हुई ....


2020 की शुरुआत तक सभी 72400 असॉल्ट राइफलें आ जाएंगी....


इनमें से करीब 66000 राइफल सेना को, 2000 नेवी को और 4000 एयरफोर्स को मिलेंगी...


*कुछ खूबियां 72400SiG76 असॉल्ट राइफलो में* 


इंसास राइफलों में कई बार मैगजीन क्रैक होने या तेल वापस छोड़ने जैसी दिक्कते आती हैं....


इंसास राइफल का कैलिबर 5. 56 एमएम x 45 एमएम है... 


 सिग सॉयर राइफल का कैलिबर 7. 621 एमएम x 51 एमएम है ....


जितना ज्यादा कैलिबर होता है उसकी मारक क्षमता उतनी ही ज्यादा होती है.... 


सेना के पास असॉल्ट राइफल के तौर पर एके 47 भी है....


जिसका कैलिबर 7. 62 एमएम X 39  एमएम है... 


सिग सॉयर राइफल की प्रभावी रेंज 500 मीटर तक है यानी यह इतनी दूरी तक सटीक निशाना लगा सकती है..


एके 47 की रेंज 300 मीटर है.... 


सिग सॉयर राइफल लेफ्ट हैंडर और राइट हैंडर दोनों सैनिकों के लिए सुविधाजनक है....


 अभी तक जितनी असॉल्ट राइफलें हैं वे कुछ इस तरह बनी हैं कि वह लेफ्ट हैंडर के लिए असुविधाजनक होती हैं....