महंगी अंग्रेजी दवाओं से त्रस्त गरीबों में, सस्ती जेनेरिक दवाओं की मांग बढ़ी (दवा का अभाव)


*वाराणसी, 16 दिसंबर, सामाजिक संस्था सुबह ए बनारस क्लब के बैनर तले संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल एवं संस्थापक अध्यक्ष  विजय कपूर के नेतृत्व में*
*प्रधानमंत्री जन औषधि योजना* के तहत जन औषधि केंद्रों पर घोषित सभी जेनेरिक दवाओं को उपलब्ध कराने की मांग को लेकर विशेश्वरगंज चौराहे पर प्रदर्शन किया गया । उपरोक्त अवसर पर संस्था के अध्यक्ष *मुकेश जायसवाल एवं संस्थापक अध्यक्ष  विजय कपूर* ने कहा कि अंग्रेजी दवाओं में जीवन रक्षक सहित ऐसे कई दवाएं जो कि केंद्र सरकार के अधीन में है। जिसमें शुगर, ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारी, की दवाओं सहित 364 दवाएं सम्मिलित है। उसमें हो रहे वृद्धि से आम जनता नाराज है। आज भारत देश में शुगर एवं ब्लड प्रेशर ऐसा रोग है, जिसके ज्यादातर लोग शिकार हैं। चाहे वह अमीर हो या गरीब। केंद्र सरकार के अधीन में रहते हुए, दवा की कंपनियां लगातार इसमें वृद्धि करती जा रही हैं। गौरतलब है कि,मरीजों को सस्ती दवाइयां उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पूरे देश में प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के तहत सस्ती जेनेरिक दवा की कई दुकानें खोली गई। वाराणसी जनपद में सरकारी अस्पतालों समेत लगभग 20 जगहों पर जन औषधि केंद्र खोले गए हैं। लेकिन जन औषधि केंद्र पर सभी घोषित दवाइयां उपलब्ध नहीं हो पा रही है, मानक के अनुसार यहां 650 दवाइयां होनी चाहिए मगर किसी भी केंद्र पर 150 से ज्यादा दवाइयां नहीं है। जिसमें  ब्लड प्रेशर  एवं  शुगर की  दवा का बराबर  अभाव बना हुआ रहता है। उच्च गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाएं  बाजार मूल्य से कम दर पर  उपलब्ध कराने  के उद्देश्य से प्रधानमंत्री जन औषधि योजना का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 जुलाई  2015 को  शुभारंभ किया था। योजना की शुरुआत के बाद पूरे देश में हजारों जन औषधि केंद्र खोले गए। लेकिन इसका लाभ केवल कागजों तक ही सिमट कर रह गया। शहर में मंडलीय अस्पताल कबीर चौरा, दीनदयाल अस्पताल, रामनगर अस्पताल, समेत लगभग 20 जगहों पर जन औषधि केंद्र खुले हैं,लेकिन यहां दवाओं का अभाव है। ज्ञात हो कि गरीब मरीजों को दिन प्रतिदिन महंगी होती जा रही अंग्रेजी दवाओं के विकल्प के रूप में सस्ती जेनेरिक दवा उपलब्ध कराने की सरकार की मनसा पूर्ण रूप से जेनेरिक दवा ना मिलने के कारण विफल साबित हो रही है। हालांकि जो भी जेनेरिक दवाएं बाजार में उपलब्ध है वह अंग्रेजी दवाओं के मुकाबले काफी कम रेट में बाजार में उपलब्ध है। संस्था द्वारा सरकार से पुरजोर ढंग से अपील है , कि सरकार के द्वारा घोषित जितने भी जेनेरिक दवाएं बाजार में उपलब्ध कराने की बात कही गई थी। वह उस पर अमल करते हुए सभी घोषित दवाओं को बाजार में उपलब्ध कराएं, अगर केंद्र सरकार द्वारा घोषित सभी जीवन रक्षक जेनेरिक दवाएं जन औषधि केंद्रों पर मिलती है, तो यह गरीब मरीजों को काफी राहत प्रदान करने वाला साबित होगा। और वह महंगी अंग्रेजी दवाओं के वनस्पति सस्ती जेनेरिक दवाओं का भरपूर लाभ उठा सकेंगे,गौरतलब है कि जेनेरिक दवाएं अंग्रेजी दवाओं से गुणवत्ता के मामले में कहीं भी कमजोर साबित नहीं हो रही है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से:- *मुकेश जायसवाल,विजय कपूर, अनिल केसरी, चंद्र शेखर चौधरी,अशोक गुप्ता, अमरेश जायसवाल, रमाकांत जायसवाल, विष्णु शर्मा, राजेश केसरी, नत्थू लाल सोनकर, डॉ मनोज यादव,पंकज पाठक, सुनील अहमद खान,राजीव चौधरी, राजेश श्रीवास्तव, संजीव विश्वकर्मा, प्रकाश मौर्य, पप्पू यादव, रामजी रस्तोगी, विकास जायसवाल, अब्दुल कलाम हाशमी,सहित कई लोग शामिल थे*