मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर ने किया एमपी शिक्षा परिषद संस्थापक सप्ताह समारोह का उद्घाटन

 


• *यह आयोजन नहीं अनुशासन का पर्व है : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ*


• *एमपी शिक्षा परिषद का लक्ष्य व्यवसाय नहीं, बच्चों में संस्कार और संस्कृति का निर्माण करना है  : योगी*


• *योगी आदित्यनाथ की पृष्ठभूमि पूरी दुनिया में उप्र को गौरवान्वित कर रही - जयराम ठाकुर*


*4 दिसम्बर, गोरखपुर।* महाराणा प्रताप (एमपी) शिक्षा परिषद का संस्थापक सप्ताह समारोह भव्य शोभायात्रा के साथ शुरू हुआ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समारोह की अध्यक्षता की। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बतौर मुख्य अतिथि समारोह में शामिल हुए।


योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि एमपी शिक्षा परिषद का संस्थापक समारोह सभी छात्र-छात्राओं के लिए महापर्व है। यह हमें अपने अतीत से जोड़ता है, यह कार्यक्रम वर्तमान और भावी पीढ़ी के अनुशासन को भी प्रकट करता है। योगी ने कहा कि जिन महापुरुषों ने एमपी शिक्षा परिषद के एक छोटे पौधे को विशाल वट वृक्ष का रूप दिया उनके प्रति हर साल होने वाला यह आयोजन कृतज्ञता प्रकट करने का भी जरिया है।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज सभी छात्र-छात्राओं को हिमाचल प्रदेश के सीएम का आशीर्वाद मिल रहा है। हिमाचल देश का मुकुट मणि है। राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति हमारी क्या जिम्मेदारी होनी चाहिए, कैसे विषम परिस्थितियों में भी जीवन को सरल और सुगम बनाया जा सकता है, हिमाचल प्रदेश उसका बेहतरीन उदाहरण है।


योगी ने छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि अनुशासन लक्ष्य को प्राप्त करने का हौसला देता है, अनुशासन ही सुदृढ़ नींव को बनाने में मदद करता है। आज का ये कार्यक्रम आयोजन नहीं बल्कि अनुशासन का महापर्व है। सीएम ने कहा कि एक-एक बूंद से घड़ा भरता है, नदी और समुद्र बनता है। उसी प्रकार जीवन के हर पल की घटना हमको प्रेरणा देती है। ठोकर से संभलना और चुनौतियों को अवसर में बदलना सीखें। बहुतों ने ऐसा करते हुए अपने-अपने क्षेत्र में बुलंदी हासिल की है। ऐसे लोगों के बारे में जानें और उनसे प्रेरणा लेते हुए आगे बढे। स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा और सकारात्मक सोच इसमें आपकी मददगार होगी।


हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि इस कार्यक्रम में शामिल होना मेरा सौभाग्य है। एमपी शिक्षा परिषद का मकसद शिक्षा का व्यवसायीकरण नहीं, बल्कि शिक्षा के जरिए संस्कार और संस्कृति का निर्माण है। यही किसी राष्ट्र की बुनियाद हैं। ऐसी बुनियाद जिस पर श्रेष्ठ और सशक्त भारत का निर्माण होना है। यही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना भी है।


जयराम ठाकुर ने कहा कि जब से योगी आदित्यनाथ ने उप्र की कमान संभाली है तब से यहां की तस्वीर और पहचान बदल गई। हर क्षेत्र में चौतरफा विकास इसका सबूत है। इस आमूलचूल बदलाव के जरिए उप्र देश का ग्रोथ इंजन बनने की ओर अग्रसर है। आज उत्तर प्रदेश में शिक्षण संस्थानों की स्थापना हो रही है यहां का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत हो रहा है। योगी आदित्यनाथ की पृष्ठभूमि से आज पूरी दुनिया में उत्तर प्रदेश गौरान्वित हो रहा है।