नशाबंदी व मृत्युदंड की सजा से ही रुकेंगी रेप की घटनाएं

 


सरेनी/रायबरेली - आज सरेनी में मुख्य चौराहे से लेकर शहीदस्मारक तक पूरे देश को हिला देने वाले हैदराबाद के प्रियंका रेड्डी वीभत्स रेप व मर्डर कांड को लेकर युवा समाजसेवी अमनअवस्थी के संयोजकत्व में एक कैंडल मार्च/मौन जुलूस निकाला गया।जिसमे पीड़िता की आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना की गई और इस जघन्य, क्रूरतम अपराध को अंजाम देने वाले अपराधियों को मौत की सजा देने की माँग कर सरकार से रेप पर सख्त से सख्त कानून लाने व शीघ्र सजा की मांग भी की गई।
भाजपा नेता दीप प्रकाश शुक्ला ने कहाकि रेप की घटनायें अधिकतर नशे की हालत में होती हैं, सरकार नशाबंदी पर विचार कर लागू करे व रेपिस्टों को फांसी की सजा दी जाए। युवा नेता अमन अवस्थी ने कहाकि हैदराबाद रेप व मर्डर कांड ने पूरे देश की आत्मा को झकझोर कर रख दिया है अब जरूरत है सरकार को कड़ा कदम उठाने की।रेपिस्टों के लिए मौत सड़ कम सजा स्वीकार नहीं। समाज सेवी अनुज शुक्ला ने कहा कि भारत जैसे देश में जहां नारियों की पूजा की जाती है, वहां बलात्कार की घटनाएं हमें शर्मिंदा करती हैं। बलात्कारियों को समाज मे जीवित रहने का कोई अधिकार नहीं है।
शिवतोष संघर्षी ने कहाकि क्या कारण है हमारे समाज मे बहन, बेटियों रात तो छोड़िए अब दिन में भी सुरक्षित नहीं हैं, हमे यह वातावरण बदलना होगा।किसी मर्द के रहते अगर किसी लड़की को असुरक्षा हो तो यह मर्दों के लिए शर्म की बात है।
सिद्धार्थ त्रिवेदी ने कहाकि रेप की वीभत्स घटनाओं को लेकर माननीय सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेना चाहिए और सरकारों को जगाना चाहिए।सरकार को चाहिए कि एक आपातकालीन बैठक बुलाई जाए जिसमे सभी दल, तमाम तरह के एक्सपर्ट, बुद्धिजीवी शामिल हों जिसमे सर्वसम्मति से रेपिस्टों के लिए फास्टट्रैक कोर्ट में मुकदमें चलें और मौत की सजा सुनाई जाए।
इस अवसर पर भारी संख्या में उपस्थित युवाओं ने अपने-2 विचार रखे। समाज मे अपराधों पर संवेदनशीलता के साथ वैचारिक विमर्श की शुरूआत भी की गई।
इस मौके पर वरिष्ठ भाजपा नेता दीपप्रकाशशुक्ला, समाजसेवी अनुज शुक्ला, भाजपा युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष सरेनी शिवतोष संघर्षी, अनूप अंकित तिवारी, समाजसेवी पप्पू मिश्रा भोजपुर, प्रभात त्रिपाठी, प्रभात मिश्रा, मयंक दीक्षित, मयंक मिश्रा, अनुराग पांडेय, कंचन दीदी, श्रीकांत त्रिपाठी, मनीष सिंह, प्रवीण त्रिवेदी आदि भारी संख्या में युवाओं की मौजूदगी रही।