देहरादून- जरूरतमंद लोगों की आर्थिक सहायता करने के बजाए समाज कल्याण विभाग अपात्रों पर सरकारी पैसा लुटाता रहा। कैग रिपेार्ट के अनुसार समाज कल्याण विभाग के लापरवाह अफसर ने मुर्दों तक के खाते में पेंशन जमा कराते रहे। करीब 4.66 करोड़ रुपये विभागीय अफसरों ने पानी की तरह बहा दिए। केंद्र सरकार को पेंशनर्स की वास्तविक संख्या की गलत रिपोर्ट देने के कारण राज्य सरकार के खजाने पर 87.89 करोड़ रुपये का चूना लग गया। कैग ने अपनी रिपेार्ट विभाग को सभी प्रकरणों की विस्तृत जांच कराने की सलाह भी दी है।
*👉🏻 मुर्दो को बांटते रहे पेंशन*
पिथौरागढ़, यूएसनगर और चंपावत में 74 लोगों के खाते में उनकी मौत के बाद भी पेंशन जमा होती रही। एक दो महीने नहीं बल्कि 78 महीनों तक पेंशन मृतकों के बैँक खाते में जमा कराई गई। खाताधारक की मृत्यु के बावजूद चार बैँक खातों से बाद में भी पैसा निकाला जाता रहा। करीब 10.35 लाख रुपये का गलत भुगतान किया गया।
*👉🏻 तय मानक से ज्यादा बांट दी पेंशन*
वर्ष 2015 से 2018 के बीच 11 हजार 511 पेंशनर को ज्यादा पेंशन बांटी गई। कैग का कहना है कि मई 2016 तक पेंशन राशि केवल 800 रुपये महीना तय थी। लेकिन अफसरों ने एक हजार रुपये के हिसाब से पेंशन बांट दी। अफसरों की लापरवाही के कारण 17.08 लाख रुपये का ज्यादा भुगतान किया गया है।