आर्यवृत के वासी हैं हम,अब अपना नववर्ष मनाएंगे-आचार्य रुपाली सक्सेना

आज से 2020 अंग्रेजों ईसाई धर्म का नया साल लागू हो गया 
मुस्लिमो का नया साल होता है और वो हिजरी कहलाता है इस समय 1441 हिजरी चल रही है
हिन्दू धर्म का इस समय विक्रम संवत 2078 चल रहा है


इससे सिद्ध हो गया कि हिन्दू धर्म ही सबसे पुराना धर्म है 
इस विक्रम संवत से 5000 साल पहले इस धरती पर भगवान विष्णु श्रीकृष्ण के रूप में अवतरित हुए । उनसे पहले भगवान राम, और अन्य अवतार हुए यानि कहाँ करोडों वर्ष पुराना हमारा सनातन धर्म और कहाँ हम 2000 साल पुराना नव वर्ष मना रहे हैं!


जरा सोचिए….!!!
सीधे-सीधे शब्दों में हिन्दू धर्म ही सब धर्मों की जननी है।
परन्तु सभी भारत वासियों को ये मालूम होना चाहिए कि इस इंग्लिश कैलेंडर के बदलने से हिन्दू वर्ष नहीं बदलता!


जब बच्चा पैदा होता है तो पंडित जी उसका नामकरण इंग्लिश कलेंडर से नहीं करते, हिन्दू पंचांग से किया जाता है । ग्रहदोष भी हिन्दू पंचाग से देखे जाते हैं और विवाह,जन्मकुंडली आदि का मिलान भी हिन्दू पंचाग से ही होता है ! सारे व्रत त्यौहार हिन्दू पंचाग से आते हैं। मरने के बाद तेरहवाँ भी हिन्दू पंचाग से ही देखा जाता है।
मकान का उद्घाटन, जन्मपत्री, स्वास्थ्य रोग और अन्य सभी समस्याओं का निराकरण भी हिन्दू कैलेंडर {पंचाग} से ही होता है रामनवमी,जन्माष्टमी, होली,दीपावली, राखी, भाई दूज, करवा चौथ,एकादशी, शिवरात्री, नवरात्रि, दुर्गापूजा सभी विक्रमी संवत कैलेंडर से ही निर्धारित होते हैं 


इंग्लिश कैलेंडर में इनका कोई स्थान नहीं होता।
जरा सोचिये! फिर आपके इस सनातन धर्म के जीवन में इंग्लिश नववर्ष या कैलेंडर का स्थान है कहाँ ?
अतः हिन्दू अपने सनातन धर्म के नव वर्ष को ही मनायें 


अपनी समृद्ध परंपराओं का,आओ मिलकर मान बढ़ाएंगे 
आर्यवृत के वासी हैं हम,अब अपना नववर्ष मनाएंगे