JNU में हुई हिंसा पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने रजिस्ट्रार से तत्काल रिपोर्ट मांगी

 


JNU में हुई हिंसा पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने रजिस्ट्रार से तत्काल रिपोर्ट मांगी


मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जेएनयू परिसर में स्थिति पर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार से तत्काल रिपोर्ट मांगी है.



जेएनयू में हुई हिंसा में कई छात्र घायल हुए हैं, पुलिस मौके पर है.


नई दिल्ली : मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जेएनयू परिसर में स्थिति पर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार से तत्काल रिपोर्ट मांगी है. मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) के अधिकारी ने कहा कि हमने जेएनयू परिसर में शांति सुनिश्चित करने के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति के साथ ही पुलिस अधिकारियों से भी बात की है. उधर, दिल्ली पुलिस का कहना है कि जेएनयू परिसर के भीतर फ्लैग मार्च किया जा रहा है और स्थिति नियंत्रण में है. बता दें कि जवाहर लाल नेहरू यूनिववर्सिटी (JNU) में देर शाम को चेहरे पर नकाब बांधे कुछ लोगों ने छात्रों और शिक्षकों पर हमला कर दिया. इनमें से 15 छात्रों को एम्स ट्रॉमा सेंटर में एडमिट कराया गया है.
2 छात्रों की हालत काफी गंभीर है और उन्हें सिर पर चोट लगी. हमले में छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष बुरी तरह घायल हो गईं हैं. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शाम करीब 6:30 बजे लगभग 50 गुंडे जेएनयू कैंपस में में घुस आए और छात्रों पर हमला करना शुरू कर दिया. इन लोगों के कारों को भी निशाना बनाया और हॉस्टल में भी तोड़फोड़ की. जेएनयू के प्रोफेसर अतुल सूद ने NDTV को बताया कि इन हमलावरों में हॉस्टल पर पत्थरबाजी की और यूनिवर्सिटी की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया.
छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने बताया कि चेहरे पर नकाब डाले लोगों ने उनपर हमला किया और बुरी तरह से पिटाई की. इस हमले में उनके सिर पर गहरी चोट आई है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा है कि 50 से ज्यादा की संख्या में लोग नकाब बांधकरा कैंपस में घूमते दिख रहे हैं, जिनके हाथों में हॉकी स्टीक, रॉड और बल्ला दिखाई दे रहा है. उधर, लेफ्ट ने एबीवीपी पर मारपीट का आरोप लगाया है.