महाराष्ट्र राज्य में इलेक्शन के बाद सरकार तो बन गई लेकिन राजनीतिक बवाल का दौर अब भी समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है.

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*महाराष्ट्र राज्य में इलेक्शन के बाद सरकार तो बन गई लेकिन राजनीतिक बवाल का दौर अब भी समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है...*



शिवसेना चीफ और महाराष्ट्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के लिए चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं। इस बीच शिवेसना के राज्यसभा सांसद संजय राउत का बड़ा बयान सामने आया है।


संजय राउत के इस बयान पर विश्वास करें तो राजनीतिक गलियारों में 2022 को लेकर चर्चा तेज हो गई है। राउत ने बताया कि साल 2022 के राष्ट्रपति पद के इलेक्शऩ के लिए सभी राजनीतिक दलों को एनसीपी चीफ शरद पवार के नाम पर विचार करना चाहिए। राउत ने यह भी दावा किया कि 2022 तक राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी का फैसला करने के लिए ‘हमारी तरफ’ पर्याप्त संख्या होगी।


दरअसल, शरद पवार ने महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार बनाने के लिए शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस को एक साथ लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने गठबंधन में कांग्रेस को आने के लिए राजी किया था। इसके लिए दिल्ली आकर उन्होंने कई बार सोनिया गांधी से मुलाकात भी की थी। यही कारण है कि संजय राउत शरद पवार के प्रति इतने नरम हैं और आगामी प्रेसिडेंट प्रत्याशी के तौर पर उनके नाम पर विचार करने को कह रहे हैं।