बाराबंकी मे मृतक के खाते का बैंक के कैशियर ने उठाया फायदा, फर्जीवाड़ा कर पार किए 98 हजार


बाराबंकी में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां कोऑपरेटिव बैंक की शाखा से फर्जीवाड़ा कर मृतक के खाते से बैंक ने 98 हजार पार कर दिए। मामला प्रकाश में तब आया जब खाताधारक की मौत के दो साल उसके बेटे ने खाते में उपलब्ध रुपये निकाले जाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया। वहीं, छानबीन के बाद मामले में कैशियर की संलिप्तता उजागर हुई और रुपये वापस खाते में डलवाए गए। मामला थाना लोनीकटरा के ग्राम कंदमऊ मजरे मारुफपुर का है। यहां के निवासी और यहां के ग्राम प्रधान राजेश कुमार के पिता रामशंकर की तीन अप्रैल 2016 को मौत हो गई थी। रामशंकर का जिला कोऑपरेटिव बैंक की त्रिवेदीगंज शाखा में खाता था। लंबे समय तक लेनदेन न होने के कारण खाता असंचालित हो गया था। इस दौरान इस खाते से आठ से 26 अक्टूबर 2018 के बीच चार बार में सारे 98 हजार रुपये बैंक की मिली भगत कर निकाल लिए गए। फर्जी आधारकार्ड लगाकर यह घोटाला किया गया। घटना की जानकारी पीडि़त ग्राम प्रधान को तब हुई जब विधिक कागजी खानापूरी के बाद सारे दस्तावेज के साथ बैंक में रुपये निकालने का आवेदन किया। उन्हें पता चला कि बैंक में बिल्कुल रुपये ही नहीं हैं।


  ग्राम प्रधान का कहना है कि बैंक कर्मियों की मिलीभगत से खाते में फर्जी आधार कार्ड लगाकर पैसा निकाला गया।उधर, बैंक के शाखा प्रबंधक शिवबालक वर्मा का कहना है कि इस प्रकरण की जांच में पूर्व कैशियर की मिलीभगत पाई गई, जिसके बाद रुपये वापस खाते में जमा करा दिए गए हैं। आरोपित के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी, इसको लेकर जवाब देने से वे कतराते रहे।