CAA हिंसा पर 154 पूर्व जजों, अफसरों ने लिखी राष्ट्रपति को चिट्ठी, कहा- उपद्रवियों पर हो ऐक्शन


देश की 154 हस्तियों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिट्ठी लिखकर संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के नाम पर हिंसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इनमें पूर्व जज और अफसर शामिल हैं। चिट्ठी में कहा गया है कि उपद्रवियों पर फौरन ऐक्शन लिया जाना चाहिए। हालांकि चिट्ठी में किसी भी संगठन, दल या व्यक्ति विशेष का नाम नहीं लिया गया है।


चिट्ठी में लोकतांत्रित संस्थाओं को सुरक्षा प्रदान करने की भी अपील की गई है। इसके साथ ही कहा गया है कि सीएए भारतीय नागरिकों पर कोई असर नहीं डालता, इसलिए नागरिकों के अधिकारों और आजादी पर खलल डालने का दावा सही नहीं ठहरता। ‘द्वेषपूर्ण’ माहौल पैदा करने के लिए कुछ संगठनों की समाज में विभाजन पैदा करने की हरकत से वह चिंतिंत है।


केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण के प्रेसिडेंट और सिक्किम हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायधीश प्रमोद कोहली के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने सीएए और नेशनल रजिस्ट्रर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) को लेकर हुई हिंसा और खराब माहौल पर राष्ट्रपति से मुलाकात भी की। इस मुलाकात में मौजूदा हालातों पर चिंता जताई गई।


इस चिट्ठी में हस्ताक्षर करने वालों में 11 पूर्व न्यायाधीश, तीनों प्रशासनिक सेवाओं के अधिकारी, पूर्व राजनयिक समेत 72 हस्तियां शामिल हैं। इनके अलावा रक्षा क्षेत्र से जुड़े रहे 56 टॉप अधिकारी, एकेडमिक स्कॉलरशिप चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोग शामिल हैं।


मालूम हो कि सीएए-एनआरसी के विरोध प्रदर्शन के  दौरान देशभर के अलग-अलग हिस्सों में अबतक 21 लोगों की मौत हुई है। वहीं करोड़ों की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। हालांकि कई जगहों पर अब भी विरोध प्रदर्शन जारी है लेकिन यह शांतिपूर्ण तरीके से किया जा रहा है। वहीं कुछ जगहों पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन हिंसक रूप धारण कर रहा है।