रघुराज सिंह को लेकर भाजपा सख्त, जारी किया गया नोटिस


 
हरदोई-विवादित बयान से पार्टी की किरकिरी करा रहे उत्तर प्रदेश श्रम व कर्मकार सन्निर्माण परामर्शदात्री समिति के अध्यक्ष रघुराज सिंह को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कड़ा रुख अपनाया है।


   भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने अनुशासनहीनता के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी कर  रघुराज सिंह से एक सप्ताह में जवाब देने को कहा है।स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि किसी भी बहन, बेटी या महिला चाहे वह किसी भी पंथ, मजहब जाति या समुदाय से जुड़ी हो उनकी मर्यादा के प्रतिकूल कोई भी टिप्पणी न स्वीकार है और न बर्दाश्त की जा सकती है। महिला और बेटियों का सम्मान करना भाजपा की रीति-नीति है। इसका पालन करना प्रत्येक कार्यकर्ता का दायित्व है।


  इससे इतर व्यवहार की अनुमति किसी को भी नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा अमर्यादित बयान देने पर क्यों न अनुशासनात्मक कार्रवाई करके पार्टी से निष्कासित कर दिया जाए।बता दें कि उत्तर प्रदेश श्रम व कर्मकार सन्निर्माण परामर्शदात्री समिति के अध्यक्ष रघुराज सिंह विवादित बयान देकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। अलीगढ़ में सोमवार को उन्होंने फिर विवादित बयान दिया है।


   एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाओं को बुर्का की जरूरत नहीं है। देश में बुर्के पर प्रतिबंध लगना चाहिए। बुर्के की आड़ में आतंकी समेत तमाम घटनाएं हो रही हैं। पिछले दिनों अलीगढ़ में भी शाहजमाल में सीएए के विरोध में धरना दे रहीं महिलाओं के बीच एएमयू का एक पूर्व छात्र बुर्का पहनकर घुस गया था।


    ऐसे में कभी भी कोई बड़ी घटना हो सकती है। उन्होंने कहा कि शुक्राचार्य दैत्यों के गुरु हैं, इसलिए शुक्रवार को नमाज अदा की जाती है। रघुराज ने कहा कि जो पीएम को डंडे से मारेगा, हम उसे जूते से मारेंगे।रघुराज ने कहा कि श्रीलंका ने पिछले साल आतंकी हमले के बाद बुर्के पर रोक लगा दिया है।


    त्रेता युग का उदाहरण देते हुए कहा कि लक्ष्मण जी ने नाक-कान काटे थे तो सूपर्णखा ने अपने चेहरे को ढक लिया था, इसलिए मुस्लिम महिलाएं भी बुर्का पहनती हैं। यहां तक कह दिया कि ये भी दैत्यों की वंशज हैं।


   रघुराज सिंह ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर भी निशाना साधा। कहा, इमरान कहते हैं कि हिंदू हमारा नहीं है, मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्ग विशेष के लिए कभी ऐसी बात नहीं कहते। नाक कटने के बाद सूपर्णखा की आरब चली गई थी। आरब शुक्राचार्य के पोते का नाम था, जो वर्तमान में अरब है।


    देवबंदी उलमा ने इस बयान की कड़ी निंदा की है। मदरसा जामिया हुसैनिया के वरिष्ठ उस्ताद मुफ्ती तारिक कासमी ने कहा कि इस तरह के बयान हिंदू-मुस्लिमों में दूरी बनाने के लिए दिए जा रहे हैं। तंजीम अब्ना-ए-मदारिस के अध्यक्ष मुफ्ती यादे इलाही कासमी ने कहा कि इस तरह के बयान देश के आपसी सद्भाव वाले माहौल में जहर घोलने की गरज से दिए जा रहे हैं।