पीएम मोदी ने मंगलवार 14 अप्रैल को अपने संबोधन में कहा था कि कोरोना वायरस की चेन को तोड़ने के लिए एक सप्ताह के लिए पूरी सख्ती के साथ लॉक डाउन को लागू किया जाएगा। साथ ही यह भी कहा था कि 20 अप्रैल के बाद कुछ खास इलाकों में छूट दी जा सकती है, जहां कोरोना का ख़तरा बिलकुल भी नहीं है। बिहार में 27 जिले ऐसे हैं, जहां एक भी मामला सामने नहीं आया है।
बिहार में सीवान, पटना, गया, मुंगेर, बेगूसराय, गोपालगंज, नालंदा, भागलपुर, सारण, लखीसराय और नवादा में मामले सामने आये हैं। जबकि बिहार के 27 जिले अभी भी ग्रीन एरिया की लिस्ट में शामिल हैं। क्योंकि यहां फिलहाल कोरोना का संक्रमण नहीं फैला है। अगर कुछ इलाकों में छूट दी जाती है तो वहां के लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी। लॉक डाउन की अपेक्षा वहां के लोगों के सामान्य स्थितियों में परिवर्तन आएंगे।
*किन-किन जिलों में मिल सकती है छूट -*
आरा (भोजपुर)
बक्सर
कैमूर
रोहतास
औरंगाबाद
अरवल
जहानाबाद
शेखपुरा
जमुई
बांका
पूर्वी चंपारण (मोतिहारी)
पश्चिमी चंपारण (बेतिया)
शिवहर
सीतामढ़ी
मधुबनी
सुपौल
अररिया
किशनगंज
पूर्णिया
मधेपुरा
कटिहार
सहरसा
खगड़िया
दरभंगा
समस्तीपुर
मुजफ्फरपुर
वैशाली (हाजीपुर)
लॉकडाउन में 21 अप्रैल से छूट को लेकर सरकार की ओर से कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है। लेकिन उम्मीद की जा रही है कि अब तक ग्रीन जोन वाले इन इलाकों में लोगों को राहत दी जाएगी। प्रधानमंत्री की ओर से यह बात भी कही गई थी कि अगर हालात नियंत्रण में नहीं रहे। तो सरकार अपना फैसला वापस भी ले सकती है। बिहार में कुछ ऐसे जिले हैं, जहां अभी एक भी केस एक्टिव नहीं है। जिसमें पटना, भागलपुर, लखीसराय और सारण शामिल हैं। इन जिलों से मरीज मिले थे, लेकिन सभी ठीक होकर घर चले गए हैं।