बनारस साड़ी उद्योग पर 'कोरोना अटैक', 200 करोड़ के कारोबार और सात लाख की रोजी-रोटी पर संकट

 


*वाराणसी*
देश-दुनिया में मशहूर बनारसी साड़ी वस्त्र उद्योग कोरोना के हमले से संकट में है।
लाँक डाउन होने के वजह से वाराणसी सहित पूरे पुर्वांचल के बुनकर समाज के लोगों के आगे भूख मरी कि स्तिथि पैदा हो गई हैं पिछले महीनों से पावरलूम एवं हथकरघा दोनो बन्द पड़े हैं और रोज़ कमाने और खाने वाले लोगों तक अब खाने को नहीं रह गया है बुनकर समाज में तीन तरह के लोग हैं एक मज़दूर दूसरे गिरहस्ता और तीसरे ब्यपारी हैं इसमे जो मिडिल क्लास के लोग जो खुल कर के किसी से कह नहीं सकते हैं।


   ऐसे लोगों की स्थिति बहुत ही नाजुक बताई जा रही हैं हम उत्तर प्रदेश एवं केन्द्र की सरकार से माँग करते हैं कि जिस तरह से किसान एवं और लोगों के लिए सरकार ने जो सहुलियत देने का एलान किया है उसी तरह से बुनकरों के लिए भी ताना बाना के दुकान को खोलने की अनुमति दे ताकि लोग ताना बाना खरीद सके और अपने करोबार को चालू कर सके अगर ऐसा होता हैं तो


   बुनकर समाज के आगे जो संकट हैं उसमें कुछ हद तक कमी आएगी और साथ ही साथ सरकार से यह माँग करते हैं कि बुनकरों की तीन महीने कि बिजली का बिल माँफ करें ताकि लाँक डाउन के बाद उन लोगों को दिक्कतों का सामना ना करना पड़े
*इम्तियाज सीनियर रिपोर्टर मानवाधिकार मीडिया वाराणसी*