जौनपुर पुलिस को मिली बड़ी सफलता,साइबर सेल जौनपुर ने पीडितों के खाते में वापस कराया 01 लाख 79 हजार रूपये

    पुलिस अधीक्षक जौनपुर के निर्देशानुसार चलाये जा रहे साइबर अपराध एवं साइबर अपराधियों के नियंत्रण के क्रम में साइबर सेल जौनपुर द्वारा तीन पीड़ितो के खाते में एक लाख 29 हजार रूपये वापस कराया गया।
       पीड़ितों ने लाकडाउन होनें की वजह से व्हाट्स ऐप पर प्रार्थना पत्र देते हुए यह बताया था कि साइबर अपराधियों आनलाईन पेमेन्ट की विभिन्न वेवसाइटों को अपडेट कराने हेतु फोन कर धोखे से खाते की डिटेल प्राप्त आनलाइन ठगी किया गया है। श्रीमान् पुलिस अधीक्षक जौनपुर द्वारा साइबर सेल जौनपुर को जांच दी गयी थी।
       श्रीमान् पुलिस अधीक्षक जौनपुर के निर्देश पर साइबर सेल द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच की गयी और आवेदक विकास कुमार के खाते से गये कुल 30000 रूपये, सुशील साहनी के खातें में 70000 रूपये एवं वृजलाल के खाते से गये 29000 रूपये रोकवाया गया। कुल मिलाकर एक लाख 79 हजार रूपये की बड़ी रकम को पीड़ितों के खाते में वापस कराया गया। इस पर पीड़ितों ने एसपी को धन्यवाद दिया।
साइबर ठगों द्वारा ठगी का तरीका- साइबर ठगों द्वारा उक्त लोगों को फोनकर उनके अलग-अलग आनलाइन ट्रान्जेक्शन ऐप जैसे-पेटीएम,फोन-पे, गुगल-पे, फ्लिपकार्ट आदि का कर्मचारी या अधिकारी बन कर खाताधारक के खाते का पूर्ण विवरण व मोबाइल पर आया ओटीपी पूछकर उनके बैंक खाते से रूपये निकाल लिया गया है।
*बरामदगी टीम-* 
01.आरक्षी ओम प्रकाश जायसवाल साइबर सेल जौनपुर।
*जनपदवासियों से अपील -*
1. पेटीएम, गूगल पे, फोन पे आदि ऐप्प से ट्रान्जेक्शन करते समय ध्यान रखें कि किसी के द्वारा भेजा गया लिंक पेमेन्ट रिसीव करने का है या पेमेन्ट करने का है अन्यथा कोई धोखे से पेमेन्ट करने के नाम पर आपका खाता खाली कर सकता है।
2. किसी भी कम्पनी का कस्टमर केयर नम्बर गूगल पर सर्च कराते समय ध्यान रखें कि वह नम्बर साइबर अपराधी का भी हो सकता है, यदि आपको किसी कम्पनी के कस्टमर केयर का नम्बर प्राप्त करना हो तो उस कम्पनी के आधिकारीक वेवसाइट से प्राप्त करें। 
3. किसी अज्ञात व्यक्ति को ओटीपी शेयर न करें।