यूपी में क्वारंटाइन के बाद अब तक 97 विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर भेजा गया जेल

   कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच उत्तर प्रदेश पुलिस ने दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात में शामिल होकर आए विदेशी नागरिकों व अन्य जमातियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई तेज कर दी है।


   अब तक ऐसे दो सौ से अधिक आरोपितों को सलाखों के पीछे पहुंचाया भी जा चुका है। क्वारंटाइन किए जाने के बाद अब तक 97 विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, जिनके लिए आगे की राह और मुश्किल होगी।


    निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात में शामिल होकर आए 92 से अधिक जमातियों को भी पुलिस ने सलाखों के पीछे पहुंचाया है। इन जमातियों के खिलाफ धारा 188 के तहत मुकदमे दर्ज हैं और इनमें कई ऐसे भी हैं, जिन्होंने विदेशी जमातियों की छिपने में मदद भी की थी। अब तक सबसे अधिक 23 विदेशी नागरिकों को जेल भेजने की कार्रवाई लखनऊ पुलिस ने की है।


   यूपी के बहराइच में 11 अप्रैल को 17 विदेशी तब्लीगी जमातियों को जेल भेजा गया था। इसके बाद लखनऊ में 23, बुलंदशहर में 16, जौनपुर में 14, भदोही में 11 व प्रयागराज में 16 विदेशी जामातियों को जेल भेजने की कार्रवाई की गई है।इसके अलावा उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में क्वारंटाइन किए गए उन जमातियों को जेल भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है, जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हैं।


    बुलंदशहर में ऐसे 33, भदोही में तीन, मऊ में 26 व जौनपुर में 30 जमातियों को सलाखों के पीछे भेजा गया है। कई अन्य जिलों में भी यह कार्रवाई चल रही है। उल्लेखनीय है कि जिन विदेशी नागरिकों के विरुद्ध 20 जिलों में एफआइआर दर्ज हैं, उन्हें 28 दिनों की क्वारंटाइन अवधि पूरी होने के बाद जेल भेेजने की रणनीति बनाई गई है।एक फरवरी के बाद तब्लीगी जमात से यूपी में आए 325 विदेशी नागरिकों को चिह्नित कर क्वारंटाइन किया गया है। इनमें 66 नेपाल के नागरिक हैं।


    पुलिस ने 259 विदेशियों के पासपोर्ट भी जब्त किए हैं। प्रदेश में एक मार्च के बाद निजामुद्दीन की तब्लीगी जमात से आए 2812 से अधिक जमाती चिह्नित किए गए हैं, जिनमें 2539 से अधिक को क्वारंटाइन कराया गया है।जेलों में कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना से जुड़े सभी बंदियों को अस्थायी जेलों में रखे जाने का निर्देश दिया है।


   अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि सभी जिलों में ऐसे गिरफ्तार व्यक्ति जो कोरोना संदिग्ध हैं अथवा उनके पॉजिटिव होने की संभावना है, तब्लीगी जमातियों व ऐसे व्यक्तियों को जो किसी अस्पताल के चिकित्सकीय संपर्क में आए हों, उन्हें अस्थायी जेल में रखने का आदेश दिया गया है। अब तक प्रदेश में करीब 31अस्थायी जेलों में ऐसे बंदियों को रखा गया है।