गोरखपुर
गुजरात के वड़ोदरा से ट्रेन से गोरखपुर के चिलुआताल इलाके में स्थित घर लौट रही 80 वर्षीय धुपिया देवी की यूपी के बांदा जिले में ट्रेन में ही मौत हो गई। बांदा पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कोरोना जांच के लिए भेज दिया। वहीं चिलुआताल पुलिस के जरिये उनके घर सूचना भेजवा दी।
चिलुआताल थाना क्षेत्र के खुटवाँ निवासी भग्गन की पत्नी धुपिया अपने पोते संजय कुमार के साथ गुजरात में वड़ोदरा में रहती थीं। दस महीने पहले वह इलाज कराने गईं थीं। लॉकडाउन के चलते वह घर नहीं आ पा रही थीं। श्रमिक स्पेशल ट्रेन से वड़ोदरा से बांंदा तक आ रही ट्रेन में टिकट लिया था। उन्हें यकीन था कि बांदा पहुंचने के बाद किसी अन्य ट्रेन से गोरखपुर पहुंच जाएंगे पर बांदा में ही धुपिया देवी की मौत हो गई।
यात्रियों के शोर मचाने के बाद पुलिस तक सूचना पहुंची और बांदा पुलिस ने शव को वहीं उतवा लिया। साथ में आ रहे संजय, उसकी पत्नी धर्मा देवी तथा सर्वेश, अंश, श्यामसुंदर, राजकुमार रविन्द्र आदि भी उनके साथ उतर गए। एसपी बांदा ने इसकी सूचना गोरखपुर पुलिस को दी। महिला के शव का कोरोना जांच कराने के बाद पुलिस शव की अंत्येष्टि भी वहीं करायेगी।