बॉलिवुड के खतरनाक सच की जहरीली पिटारी का ढक्कन संजय लीला भंसाली ने खोल दिया है...
जिस रणवीर सिंह से सबसे पहली कठोरता से पूछताछ होनी चाहिए, उसका कोई जिक्र भी नहीं कर रहा...
ध्यान से पढ़िए इन तथ्यों को...
सुशांत सिंह राजपूत फोले चित्र
संजय लीला भंसाली ने पुलिस को दिए अपने बयान में स्पष्ट रूप से बताया है कि अपनी तीन फ़िल्मों गोलियों की रासलीला, बाजीराव मस्तानी तथा पद्मावत के लिए वो सुशांत सिंह राजपूत को लेना चाहता था. सुशांत ने इसके लिए हामी भी भर दी थी. लेकिन आदित्य चोपड़ा के साथ अनुबंध में बंधे होने के कारण वो मेरी तीनों फ़िल्मों में इसलिए काम नहीं कर सका क्योंकि आदित्य चोपड़ा ने उसे इसकी अनुमति नहीं दी. संजय लीला भंसाली ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया है कि आदित्य चोपड़ा के अनुबंध के कारण सुशांत को अपनी फ़िल्मों के लिए साइन नहीं कर पाने के बाद ही उन तीनों फ़िल्मों के लिए मैंने रणवीर सिंह को साइन किया था.
संजय लीला भंसाली के उपरोक्त बयान में प्रथम दृष्टया कुछ भी विवादस्पद संदेहास्पद नहीं लगता. लेकिन इसके आगे के संजय लीला भंसाली के बयान ने जो रहस्योदघाटन किया उसने बॉलिवुड के बहुत खतरनाक सच की जहरीली पिटारी का ढक्कन खोल दिया है. दुर्भाग्य से उस खतरनाक सच की तरफ अभी तक किसी का ध्यान ही नहीं गया. उस खतरनाक सच की कोई चर्चा ही नहीं कर रहा.
संजय लीला भंसाली के बयान में किया गया वह रहस्योदघाटन यह था कि सुशांत सिंह राजपूत की ही तरह रणवीर सिंह भी आदित्य चोपड़ा के साथ अनुबंध में बंधा हुआ था. लेकिन आदित्य चोपड़ा ने उसे संजय लीला भंसाली की उन तीनों फ़िल्मों में काम करने की अनुमति दे दी थी.
आज आदित्य चोपड़ा से यह सवाल कोई क्यों नहीं पूछ रहा है कि लगातार तीन फ़िल्मों के लिए सुशांत को अनुमति नहीं देने तथा रणवीर सिंह को अनुमति देने का कारण क्या था.?
उपरोक्त सवाल का जवाब आप इन तथ्यों में पा सकते हैं.
ध्यान रहे कि रणवीर सिंह का असली नाम रणवीर भवनानी है. उसका परिवार पाकिस्तान के कराची से आकर भारत में बसा है. उसके अनेक रिश्तेदार आज भी कराची में ही रहते हैं और बड़ा व्यवसाय करते हैं. यह भी सर्वज्ञात तथ्य है कि पाकिस्तान के कराची में ही दाऊद इब्राहीम टाइगर मेमन और छोटा शकील समेत दाऊद के कई गुर्गे भी भारतीय एजेंसियों की नजरों में धूल झोंकने के लिए छद्म नामों से एक व्यवसायी के रूप में कराची में ही रहते हैं और कई तरह के व्यवसाय करते हैं. जिनमें से छोटा शकील कराची में बैठकर मोबाइल से बॉलिवुड का काला धंधा सम्भालता है.
लेकिन इतने तथ्यों से भी शायद आपको तार जोड़ने में कठिनाई हो रही हो इसलिए अब यह भी जानिए कि... सितम्बर 2016 में सेना के कैंप पर उरी में हुए पाकिस्तानी आतंकवादियों के आतंकी हमले में 19 भारतीय सैनिकों की शहादत के ठीक एक साल बाद क्या हुआ.
हवाला के जरिये भारत में आतंकी फंडिंग करने के भारतीय खुफिया एजेंसियों के गम्भीर आरोपों से घिरे हुए, लंदन में रहने वाले पाकिस्तानी बिल्डर व्यवसायी अनील मुसर्रत, जिसे पाकिस्तान में इमरान खान की पार्टी पीटीआई के फाइनेंसर के रूप में पहचाना जाता है।
उस अनील मुसर्रत की बेटी की लन्दन में हुई शादी के जश्न में रणवीर सिंह झूम झूमकर नागिन डांस कर रहा था. इस पाकिस्तानी गुर्गे अनील मुसर्रत का कैसा और कितना गुलाम है रणवीर सिंह का परिवार, इसका खुलासा केवल 6 महीने पहले देश की सर्वोच्च खुफिया एजेंसी रॉ के चीफ रहे एनके सूद ने किया था. उन्होंने बताया था कि पाकिस्तानी गुर्गे अनील मुसर्रत ने ही रणवीर सिंह की बीबी दीपिका पादुकोण को आदेश दिया था कि जेएनयू जाकर CAA कानून का विरोध कर रहे लफंगों का समर्थन करो. उसके फोन के बाद दीपिका उन लफंगों का समर्थन करने जेएनयू गयी थी.
अनील मुसर्रत की बेटी की शादी में करन जौहर मेहमानों का स्वागत कर रहा था तथा हिन्दू होने और हिन्दू मंदिरों पर शर्मिंदा होने की तख्ती अपने गले में टांग कर सोशल मीडिया में घूमने वाली सोनम कपूर का बाप अनिल कपूर भांडों की तरह कूल्हे मटका कर मेहमानों का मनोरंजन कर रहा था. जब यह सब हो रहा था तब इमरान खान भी वहां मौजूद था.
आदित्य चोपड़ा ने सुशांत सिंह राजपूत को लगातार तीन फ़िल्मों के लिए अनुमति नहीं देकर उन्हीं फ़िल्मों के लिए भारतीय सैनिकों के पाकिस्तानी हत्यारों के पाकिस्तानी फाईनेंसर की महफिल में खुशी से नाच कूद रहे रणवीर सिंह को वह अनुमति क्यों दी.? अगर इस सवाल का जवाब आप को अब भी समझ में नहीं आया है तो मैं कुछ नहीं कर सकता.
सतीश चंद्र मिश्रा