छह माह में दो बार आमने-सामने आ चुके हैं दो समुदायों के लोग

पुलिस की सक्रियता के साथ खुफिया एजेंसियों की कार्यक्षमता पर भी है बड़ा सवाल



सचिन सिंह/श्रावस्ती : भिनगा कोतवाली क्षेत्र का हल्का नंबर चार सांप्रदायिक सौहार्द के दृष्टिकोण  से संवेदनशील होता जा रहा है। लगभग दो माह के अंतराल में क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में दो बार संप्रदायिक संघर्ष की स्थिति कहीं न कहीं पुलिस की सक्रियता और खुफिया तंत्र की कार्यक्षमता पर बड़ा सवाल खड़ा कर रही है। कार्रवाई होने के बाद भी अराजक तत्वों का हौसला पस्त न होना चिता का विषय है।


कोतवाली क्षेत्र के हल्लाजात गोड़पुरवा गांव में लगभाग तीन माह पूर्व क्वारंटाइन के विवाद ने तूल पकड़ा तो दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए थे। मारपीट, आगजनी व बल्वा होने के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों के 100 से अधिक लोगों पर कार्रवाई थी। इस मामले के कई आरोपित अभी भी जेल मे हैं। पुलिस पूरे मामले को सुलझा कर यहां अमन कायम करने की कोशिश कर रही थी। इसी दौरान बंठिहवा गांव में गोवंश की हत्या के बाद क्षेत्र का माहौल एक बार फिर तनाव पूर्ण हो गया था। यह मामला तूल पकड़े इससे पहले तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक दद्दन ने आरोपितों पर नकेल कस कर सख्त संदेश दे दिया। यह दोनों मामले हल्का नंबर चार में चर्चा के केंद्र में बने रहे। इसी दौरान चार दिन पूर्व दो समुदाय के लोगों के बीच हुए विवाद ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया। गुरूवार को हुए बवाल ने क्षेत्र के सामाजिक सौहार्द का में दोनों पक्षों के लोगों पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने अमन में खलल डालने वालों पर कठोर कार्रवाई का संदेश तो दे दिया, लेकिन इस क्षेत्र में लंबे समय तक शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को अपना मुखबिर नेटवर्क मजबूत करने के साथ खुफिया तंत्र की सक्रियता भी बढ़ानी होगी। अपर पुलिस अधीक्षक बीसी दूबे ने बताया कि जिले में अमन बनाए रखना पुलिस की प्राथमिकता है। कुछ अराजकतत्व माहौल को खराब करने की कोशिश करते हैं। इन पर कठोर कार्रवाई शुरू हुई है। ऐसी घटनओं की पुनरावृति न हो इसके लिए निश्चित तौर पर संबंधित क्षेत्र में पुलिस नेटवर्क को और मजबूत किया जाएगा।