मौरंग बीस हजार और बालू दस हजार रुपये प्रति ट्रक महंगा

लखनऊ। आशियाना बनाने जा रहे हैं तो थोड़ इंतजार कर लीजिए मौरंग और बालू की कीमतें आसमान छू रही हैं। खदान बंद होने से बालू और मौरंग की कीमतों में तेजी से इजाफा शुरू हो गया है। खदान बंद होने से जून माह के अंत तक जो मौरंग प्रति घन फुट 70 रुपये में मिल रही थी अब उसकी कीमतें 85 से 90 रुपये घनफुट पहुंच गई हैं। यही हाल बालू का है। बीस रुपये में मिलने वाली बालू अब 30 रुपये घनफुट के रेट तक पहुंच गई है। पेश है भवन सामग्री की कीमत में तेजी पर एक रिपोर्ट। 


डीजल दरों में बढा़ेत्तरी के बाद अब खदान बंद होने का असर भवन निर्माण सामग्री पर सीधा दिखने लगा है। कारोबारियों की मानें तो जिस गति से भवन सामग्री की कीमतें उछाल भर रही हैं उसे देख कहा जा सकता है कि जल्द ही माैरंग सौ रुपये और बालू 40 से 50 रुपये घनपुुट तक पहुंच सकती है। इससे भवन निर्माण करा रहे लोगाें के सामने दिक्कतें आनी स्वाभाविक हैं।


 



एक हजार घनफुट वाले ट्रक पर आएगा बड़ा अंतर


  • भवन सामग्री-पहले- अब

  • मौरंग का ट्रक-70,000 से 85,000-90,000

  • बालू का ट्र्रक-20,000 से 30,000


बारिश में और चढे़ंगी मौरंग और बालू की कीमत

तीस जून से मौरंग की खदानें बंद हैं। स्टॉक की गई मौरंग और बालू की बिक्री अभी चल रही है। बरसात को देखते हुए लाेगों ने अब स्टॉक करना शुरू कर दिया है। इससे आने वाले दिनों में कीमतों में और इजाफा होगा। फिलहाल मौरंग का एक हजार घनफुट के ट्र्क पर पंद्रह से बीस हजार रुपया का अंतर आया है। वहीं बालू का ट्रक तीस हजार का आंकड़ा पार कर गया है। बारिश बढ़ने के साथ ही भवन सामग्री की कीमतों में और बढ़ोत्तरी होगी।

श्याममूर्ति गुप्ता, अध्यक्ष उत्तर प्रदेश सीमेंट व्यापार संघ