पुतला दहन के साथ गुरुवार को भी नेपाल के प्रधानमंत्री के प्रति आक्रोशित दिखी अयोध्या.
पूराबाजार (अयोध्या ) : अयोध्या का वजूद नेपाल के बीरगंज में होने और भगवान राम को नेपाली बताकर इतिहास एवं संस्कृति से क्रूर मजाक करने वाले नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के प्रति भगवान राम के वंशजों का भी गुस्सा फूटा। भगवान राम के वंशज माने जाने वाले सूर्यवंशीय क्षत्रियों ने रामनगरी से ही लगी दशरथ समाधि स्थल पर बैठक कर ओली को जमकर कोसा और कहा कि चीन की गोद में खेल रहे ओली का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। इसके साथ ही ओली का पुतला फूंकने और जूतों से पीटने के बाद उसे दफन किया गया। इस मौके पर
सूर्यवंश क्षत्रिय समाज के मुखिया गुरुप्रसाद सिंह ने कहा, ओली ने भगवान राम की अवमानना के साथ भारत और नेपाल के संबंधों पर भी कुठाराघात करने का दुस्साहस किया है। अनिल कुमार सिंह ने कहा कि मंदबुद्धि ओली को त्रेतायुगीन संबंधों को लेकर जरा भी शील-संकोच नहीं है। नरेंद्रबहादुर सिंह ने कहा, ओली जैसा बेशर्म प्रधानमंत्री किसी भी देश में मिलना कठिन है। विरोध प्रदर्शन में अभिनव सिंह पिटू, रामबक्श सिंह, रमेश सिंह, पवन कुमार सिंह आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।