दिखने लगा चीनी वस्तुओं के देशव्यापी बहिष्कार का असर........

पिछले दो महीने में दक्षिण कोरिया की कंपनी सैमसंग के फोन की भारत में होने वाली बिक्री में 10 फीसद की तेजी इस बात के सबूत है कि लोग चीन के सामान से बचने लगे हैं।



 


नई दिल्‍ली, राजीव कुमार। यूं तो कोरोना के कारण नए साल में चीन से होने वाले आयात में पिछले साल के मुकाबले कमी रही ही लेकिन अप्रैल के बाद यह गिरावट तेज हो गई। माना जा रहा है कि अप्रैल में एलएसी पर चीन के साथ टकराव और चीनी सामानों के खिलाफ बने माहौल का असर भी हो सकता है। आंकड़े चीन के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स को भी आइना दिखाते हैं जिसका दावा है कि चीन से होने भारत के आयात में कमी नहीं हुई है। ग्लोबल टाइम्स ने भी कुछ आंकड़े पेश किए हैं जो भारत वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों से मेल नहीं खाते हैं। 


ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक भारत ने इस साल जून में चीन से 4.7 अरब डॉलर का आयात किया जबकि भारत के वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक भारत ने इस साल जून में चीन से सिर्फ 3.32 अरब डॉलर का आयात किया जो कि पिछले साल जून के मुकाबले 43.73 फीसद कम है। वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से अभी जुलाई का आंकड़ा जारी नहीं किया गया है। अगर जुलाई महीने के लिए ग्लोबल टाइम्स के 5.6 अरब डॉलर के आयात को सही मान लेते हैं तो भी यह पिछले साल जुलाई के आयात से काफी कम है। 


हाल ही में सरकार ने रंगीन टेलीविजन के आयात पर रोक लगा दी है और कई इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम के आयात पर रोक की तैयारी है। खुदरा व्यापारियों के मुताबिक दुकानों पर आने वाले ग्राहकों को सामान दिखाने के दौरान एक बार यह जरूर बता देते हैं कि यह सामान चीन का है। पिछले दो महीने में दक्षिण कोरिया की कंपनी सैमसंग के फोन की भारत में होने वाली बिक्री में 10 फीसद की तेजी इस बात के सबूत है कि लोग चीन के सामान से बचने लगे हैं। 


भारत के वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले साल जुलाई में भारत ने चीन से 6.18 अरब डॉलर का आयात किया था। मई में यह गिरावट थोड़ी कम थी। दरअसल मई के माह में खासतौर से मेडिकल सामानों का काफी आयात हुआ था। मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक आने वाले महीनों में चीन से होने वाले आयात में गिरावट का दौर जारी रहेगा क्योंकि लगभग 200 आइटम के आयात पर रोक लग सकती है या उनके आयात शुल्क में बढ़ोतरी हो सकती है। इन सभी आइटम का आयात मुख्य रूप से चीन से किया जाता है।