जौनपुर: जनपद के कोविड-19 के मरीजों और लक्षण वालों को विटामिन-सी नहीं दी जा रही है। वजह, उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन ने महामारी काल में इस दवा की आपूर्ति ही नहीं की। स्थानीय स्तर पर की जाने वाली खरीद से वीआइपी व गंभीर मरीजों को दी जा रही है। जो कम पड़ जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन व विशेषज्ञ चिकित्सकों ने विटामिन-सी का उपयोग संक्रमण में अहम योगदान मान रहे हैं।
कोरोना वायरस की मारक क्षमता कम करने के लिए प्रतिरोधक क्षमता बढ़ना अति आवश्यक है। इसके लिए विटामिन-सी के सेवन की संस्तुति पूरे विश्व में की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ जनपद के स्वास्थ्य विभाग के पास विटामिन-सी की गोली की उपलब्धता नहीं है। जिला चिकित्सालय समेत विभिन्न अस्पतालों में आने वाले संदिग्ध मरीजों को ही नहीं कोरोना पॉजिटिव मरीजों को भी यह दवा नहीं दी जा रही है। जिले के जिम्मेदार लोगों का ध्यान इस ओर नहीं जा रहा है।
एंटीजन किट की भी कमी, त्वरित जांच पर संकट
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए त्वरित जांच करके मरीजों को आइसोलेट किया जाना आवश्यक है। इसमें एंटीजन किट काफी मददगार साबित हो रहा था। जिले में अब तक लगभग 25 हजार किट की आपूर्ति की गई थी। स्वास्थ्य विभाग जिला चिकित्सालय समेत 29 स्थानों पर कैंप लगाकर परीक्षण कर रहा है। इसके अलावा मोबाइल टीम भी कोरोना पॉजिटिव मिलने पर संबंधित गांव में जाकर संपर्क में आने वालों व लक्षण वाले मरीजों की जांच कर रही थी। विभाग के स्टाक में किट खत्म होने के कगार पर है। डिमांड भेजने के बावजूद आपूर्ति नहीं की गई। जिसके चलते कैंप लगाकर अधिक से अधिक जांच अभियान पर ब्रेक लग सकता है।
कोरोना के मरीजों के लिए स्थानीय स्तर पर विटामिन-सी की खरीद की गई है। कोविड अस्पतालों में स्टाक खत्म होने के कारण मरीजों को नहीं मिल पाई है। अधीक्षकों से सेंट्रल स्टोर आकर दवा लेने के लिए कहा गया है। विभाग के स्टोर में 350 किट के अलावा सीएचसी पर एंटीजन किट का अभी स्टाक है। यूपी मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन से 10 लाख गोली विटामिन-सी, दस हजार वीटीएम और 15 हजार एंटीजन किट की डिमांड की गई है।-डॉ.राकेश कुमार, सीएमओ।