देश की पहली रैपिड रेल का लुक जारी, 180 KM प्रतिघंटा होगी रफ्तार, जानें- खासियतें

नई दिल्ली, रमेश कुमार सिंह । भारत की पब्‍लिक ट्रांसपोर्ट का स्‍वरूप अब बदल रहा है। इसी कड़ी में रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) ट्रेन का पहला लुक शुकवार को जनता के सामने आया है। इसके पहले लुक को देखकर आप खुश हो जाएंगे। 180 किलोमीटर की रफ्तार से हवा में बातें करने वाली मेट्रो और बुलेट ट्रेनों जैसी सुविधा लिए आपकी रैपिड रेल आपके सामने है।


ट्रेन के प्रथम लुक का अनावरण


केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने शुक्रवार (25 सितंबर, 2020) को भारत की पहली रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) ट्रेन के प्रथम लुक का अनावरण किया। इस दौरान राष्ट्रीय राजधानी परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह और एनसीआरटीसी के बोर्ड के सदस्यों भी मौजूद थे। इस मौके पर मंत्रालय, एनसीआरटीसी और बॉम्बार्डियर के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। 180 किलोमीटर प्रति घंटे की डिजाइन स्पीड वाली आरआरटीएस ट्रेन भारत में अपने प्रकार की पहली आधुनिक प्रणाली वाली ट्रेन है।


स्टेनलेस स्टील से बनी ये एयरोडायनामिक ट्रेन


स्टेनलेस स्टील से बनी ये एयरोडायनामिक ट्रेनें हल्के होने के साथ-साथ पूरी तरह से वातानुकूलित होंगी। प्रत्येक कोच में प्रवेश और निकास के लिए ‘प्लग-इन’ प्रकार के छह (दोनों तरफ तीन-तीन) स्वचालित दरवाजे होंगे जबकि बिजनेस क्लास कोच में ऐसे चार (दोनों तरफ दो-दो) दरवाजे होंगे।


दिल्‍ली के लोटस टैंपल से प्रेरित है यह ट्रेन


आरआरटीएस ट्रेनों का डिजाइन नई दिल्ली के प्रतिष्ठित लोटस टेम्पल से प्रेरित है। लोटस टेम्पल एक ऊर्जा-कुशल इमारत का प्रतीक है, क्योंकि इसका डिज़ाइन प्रकाश और वायु के प्राकृतिक प्रवाह को बनाए रखता है। इसी तरह, आरआरटीएस ट्रेन में भी ऐसी प्रकाश और तापमान नियंत्रण प्रणाली होगी जो ऊर्जा के कम खपत के बावजूद यात्रियों को आरामदायक अनुभव देगी। आधुनिक सुविधाओं से लैस आरआरटीएस ट्रेन नए युग की तकनीक और भारत की समृद्ध विरासत का एक अनूठा मेल होगा।