कोरोना को लेकर चीन ने यूएन में दी सफाई, कहा- इसके खिलाफ लड़ाई का न किया जाए राजनीतिकरण

चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि हमारी नीयत किसी से युद्ध करने की नहीं है।


संयुक्त राष्ट्र, एएफपी। विश्वभर में फैली कोरोना महामारी पर चीन ने संयुक्त राष्ट्र परिषद में अपनी सफाई दी है। संयुक्त राष्ट्र आमसभा ( UN General Assembly) के 75वें सत्र को संबोधित करते हुए चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि कोरोना संक्रमण के खिलाई लड़ाई का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र में बोलते हुए जिनपिंग ने कहा कि चीन दुनिया का सबसे बड़ा विकासशील देश है। वह शांतिपूर्ण, खुलेपन और सहयोग के लिए प्रतिबद्ध है। हम कभी भी नेतृत्व, विस्तारवाद या प्रभावित करने की मांग नहीं करेंगे। हमारी नीयत किसी भी देश से ना ही शीत युद्ध लड़ने की है न ही किसी प्रकार के युद्ध लड़ने की है।


इस वर्चुअल मीटिंग में बोलते हुए चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि किसी भी देश को दुनिया पर हावी नहीं होने देना चाहिए और विकास के सभी सुविधाओं को अपने पास रखना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र को और अधिक संतुलित बनाने के लिए विकासशील देशों के प्रतिनिधित्व को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर देना चाहिए। 


जिनपिंग ने कहा, मानवता की होगी जीत


जिनपिंग ने अपने संबोधन के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आरोपों का पलटवार किया। जिनपिंग ने कहा कि इस वायरस ने पूरी दुनिया को तबाह कर दिया है। इस लड़ाई में हमने सरकारों के प्रयासों, चिकित्सा कार्यकर्ताओं के समर्पण, वैज्ञानिकों की खोज और जनता की दृढ़ता को देखा है। साहस, संकल्प और करुणा के साथ विभिन्न देशों के लोग एक साथ आए हैं। जिसने अंधेरे को घटाया है और हमने इस आपदा का सिर उठाकर सामना किया है। कोरोना पराजित हो जाएगा। इस जंग में मानवता की जीत होगी।



     वहीं, इसके पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के अंत और संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के 75 साल बाद एक बार फिर से हम वैश्विक संघर्ष में फंसे हैं। हमने एक अदृश्य दुश्मन चीनी वायरस के खिलाफ लड़ाई छेड़ दी है। इसने 188 देशों में अनगिनत जानें ली हैं। अमेरिका में हमने दूसरे विश्व युद्ध के बाद अब तक का सबसे आक्रामक मोबलाइजेशन शुरू किया है।