सिकरारा (जौनपुर)। जफराबाद विधायक डा. हरेंद्र सिंह ने रविवार को जीनोम फाउंडेशन प्रयोगशाला कलवारी में सिक्वेंसर, पीसीआर, करियो टाइपिंग, कलर डाप्लर, सेल कल्चर, एक्सरे मशीनों का निरीक्षण किया। आश्वासन दिया कि लैब को पुनर्जीवित करने में जो भी सहयोग होगा उसे पूरा किया जाएगा।
इस दौरान डा. लालजी सिंह के भतीजे वैज्ञानिक आशीष सिंह ने बताया कि बड़े पिताजी के मित्र डा. केपीएस गांधी ने अपने निजी फंड से 80 लाख रुपए का सहयोग किया था। इस समय कलवारी लैब के प्रबंध निदेशक हैं। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से खुद को लैब की व्यवस्था से अलग कर उन्हें लैब संचालित करने का निर्देश दिया है। अर्थशास्त्री व लैब के चेयरमैन डा. सी. रंग राजन ने भी डा. गांधी से सहमति जाहिर कर लैब चलाने की सलाह दी है।
आशीष सिंह ने बताया कि बड़े पिता के 50 शिष्य उनके साथ काम करने की सहमति दे चुके हैं। उनमें से कुछ लोग लैंब पर आकर काम भी शुरू कर दिए हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से मुलाकात करने के बाद उन्होंने आश्वस्त किया है कि प्रोजेक्ट बनाकर लाए यथा सम्भव मदद की जाएगी। बताया कि शहर के चिकित्सक लैब पर अब भी कैम्प कर रहे हैं। प्रारम्भ में जफराबाद विधायक ने डा. लालजी सिंह के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कोरोना की एंटीजेन किट से जांच शिविर का शुभारंभ किया। इस मौके पर लैब के कोआर्डिनेटर अरुण सिंह, टेक्नीशियन डा. संजीव मौर्य, पीयू के एसो. प्रो. डा. अभिषेक श्रीवास्तव, डा. सुदीप उपाध्याय, डा. डीपी सिंह, विपुल सिंह, सुमित सिंह, पंकज सिंह, दयाशंकर प्रजापति आदि रहे।