रविवार को अमेरिकी दवा कंपनी मॉडर्ना इंक ने अपनी कोविड-19 वैक्सीन की कीमत की घोषणा कर दी है। कंपनी की वैक्सीन कोरोना महामारी के खिलाफ अंतिम चरण के परीक्षण में 94.5 फीसदी असरदार साबित हुई है। इस वैक्सीन की एक खुराक की कीमत 1800 से 2800 रुपये के बीच होगी।
मॉडर्ना के सीईओ स्टीफेन बैन्सेल ने रविवार को एक जर्मन अखबार को बताया कि महामारी की गंभीरता को देखते हुए 25 से 37 डॉलर प्रति खुराक टीके का उचित मूल्य है। सभी को दो टीके की दो खुराक लेनी होगी। यानी की यह उन्हें 50 से 70 डॉलर का पड़ेगा। यह कीमत तकरीबन फ्लू के टीके के समान है, जो 10 से 50 डॉलर का पड़ता है।
बैन्सेल ने कहा कि आपूर्ति की मात्रा के आधार पर प्रति खुराक कीमत अलग-अलग होगी। उन्होंने कहा कि कंपनी को इस वर्ष के अंत तक टीके की दो करोड़ खुराक का उत्पादन करने की उम्मीद है और यूरोप को इस वर्ष तक यह कम मात्रा में ही उपलब्ध हो पाएगी। उन्होंने कहा कि वह यूरोपीय संघ के साथ टीके की आपूर्ति के लिए समझौते के करीब है। कुछ दिनों के भीतर समझौता होने की उम्मीद है।
फाइजर की एक खुराक 1,446 रुपये की होगी
कोरोना महामारी के खिलाफ अंतिम चरण के परीक्षण में 95 फीसदी असरदार साबित हुई फाइजर एवं बायोएनटेक की संयुक्त वैक्सीन की कीमत करीब 1,446 रुपये यानी 19.50 डॉलर प्रति खुराक होगी। इसका मतलब है कि इस टीके की दो खुराक पर प्रति व्यक्ति 39 डॉलर का खर्च आएगा।
रूस का स्पूतनिक-वी टीका फाइजर और मॉडर्ना से सस्ता होगा
रूसी वैक्सीन के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट ने रविवार को कहा कि रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक-वी की प्रति खुराक की कीमत अमेरिकी दवा दिग्गज फाइजर और मॉडर्ना के टीकों की तुलना में काफी कम होगी। रूस के दावे अनुसार स्पूतनिक-वी वैक्सीन परीक्षण में 92 फीसदी प्रभावी रही है। स्पूतनिक-वी, मॉडर्ना और फाइजर तीनों की वैक्सीन दो खुराक आधारित है।
भारत में कोविशील्ड वैक्सीन 500 रुपये प्रति खुराक
वहीं, भारत में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड वैक्सीन प्रति खुराक कीमत करीब 500-600 रुपये तक हो सकती है। यह दावा देश में कोविशील्ड वैक्सीन का निर्माण कर रहे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदर पूनावाला ने किया था।